You are currently viewing सावधान रहिए – क्यूआर कोड फ्रॉड या धोखाधड़ी से

सावधान रहिए – क्यूआर कोड फ्रॉड या धोखाधड़ी से

QR (क्विक रिस्पांस) स्कैन करके पेमेंट या भुगतान करने का एक विकल्प है, इसका उपयोग

दुकानदार बिल का भुगतान प्राप्त करने के लिए करते हैं। यहाँ तक कि छोटे विक्रेता भी अपने ग्राहकों को QR कोड स्कैन करके पेमेंट या भुगतान करने का विकल्प देते हैं। QR कोड का उपयोग करके पेमेंट या भुगतान करने में उपभोक्ता को बेनिफिशियरी या लाभार्थी की अकाउंट डिटेल्स में जाने की जरुरत नहीं होती है और ट्रांजेक्शन का सेटलमेंट भी तेजी से होता है। उपभोक्ताओं की सुविधा के लिए, सभी बैंकिंग और ई-वॉलेट ऐप QR कोड रीडिंग सॉफ्टवेयर प्रदान करते हैं। QR कोड स्कैन करने के बाद, उपभोक्ता राशि दर्ज करता है और पासवर्ड डालकर भुगतान को प्रमाणित करता है और बेहद आसानी से राशि बेनिफिशियरी या लाभार्थी के खाते में ट्रांसफर हो जाती है। इतना ही नहीं, उपभोक्ता QR कोड जेनरेट कर सकते हैं और इसे अन्य पार्टी (भुगतानकर्ता) को स्कैन करके उसमें लिखी गई राशि का भुगतान करने के लिए भेज सकते हैं।

QR कोड फ्रॉड या धोखाधड़ी के बारे में

1. QR का उपयोग स्कैन करके पेमेंट या भुगतान करने के लिए किया जाता है, लेकिन हमें कुछ ऐसी घटनाओं के बारे में पता चला है, जहाँ धोखेबाज लोगों ने इसे डिपॉजिट कंफर्मेशन यानि की जमा राशि के पुष्टिकरण के रुप में पेश किया है। इसके कुछ उदाहरण हैं,

  • धोखाधड़ी करने वाले OLX जैसे प्लेटफॉर्म पर सामान बेचने वालों से संपर्क करते हैं। इसके लिए, वो खुद को सेकेंड हैड सामान के डीलर के रूप में पेश करते हैं और विक्रेता को माल का निरीक्षण किए बिना ही डील को अंतिम रूप देने के लिए मना लेते हैं। विश्वास पैदा करने के लिए, जालसाज़ या धोखाधड़ी करने वाला, शुरू में विक्रेताके अकाउंट में एक छोटी टोकन राशि ट्रांसफर करता है और उसे बातचीत में बिजी रखता है। बकाया भुगतान के लिए, वो विक्रेता को QR कोड भेजते हैं और यह समझाते हैं कि ये QR कोड विक्रेता के अकाउंट में पेमेंट या भुगतान से प्राप्त पैसों की कंफर्मेशन या पुष्टिकरण के लिए है। जबकि QR पैसे प्राप्त करने के लिए होता है और इसी तरह धोखाधड़ी में फंसकर विक्रेता जैसे ही पासवर्ड डालता है, उसके अकाउंट से पैसे निकल जाते हैं।

 

  • जालसाज़ या धोखाधड़ी करने वाला व्हाट्सऐप के माध्यम से दूसरी पार्टी को QR शेयर करता है, और कहता है कि कोड को स्कैन करने पर पैसे तुरंत दूसरी पार्टी के अकाउंट में जमा हो जाएंगे। भोले-भाले लोग ये सोचते हैं कि पैसे उनके अकाउंट में आएंगे, लेकिन होता बिल्कुल इससे उल्टा है और वो साइबर-क्राइम का शिकार बन जाते हैं।

2. धोखाधड़ी करने वाले लोग OLX, क्विकर, और सोशल मीडिया चैनलों पर सेना के अधिकारियों, बीएसएफ, सीआईएसएफ जैसा भेष बदलकर या किसी भी ब्रांड के नाम का सहरा लेकर, विक्रता के रूप में अपने आपको दिखाते हैं। फिर वे खरीदारों से कलेक्ट रिक्वेस्ट का उपयोग कर एडवांस भुगतान करने या दिए गए QR का कोड पर भुगतान करने के लिए कहते हैं। विक्रेता के इरादों से अनजान खरीदार इस तरह की कलेक्ट रिक्वेस्ट को मंजूरी देने की गलती कर बेठता है।

3. जालसाज फर्जी वेबसाइट बनाकर कुछ आकर्षक डील्स की पेशकश करते हैं जो खरीदारों को आकर्षित करती हैं और QR कोड के माध्यम से जालसाज भुगतान स्वीकार करते हैं।

QR कोड फ्रॉड से कैसे बचें ?

  • आपके खाते में धन प्राप्त करने के लिए, किसी पिन की आवश्यकता नहीं है। फ्रॉड करने वाले QR कोड भेजकर ग्राहकों को भ्रमित करने की कोशिश करते हैं।
  • केवल उन QR कोड को ही स्कैन कीजिए जो पूरी तरह से भरोसेमंद हों और आपको पता हो कि वोकिसने जनरेट किया है।
  • अज्ञात बेनिफिशियरीसे कलेक्ट रेक्वेस्ट्स को कभी भी मंजूरी नहीं दें।
  • किसी QR कोड के अंदर क्या छिपा है, ये जानने के लिए कभी भी QR कोड स्कैन न करें।
  • सार्वजनिक QR कोड का उपयोग करते समय सतर्कता बरतें क्योंकि साइबर अपराधी अपने खाते में पैसा बनाने के लिए अपने खुद के QR कोड को वास्तविक कोड के स्थान पर बदल सकते हैं।
  • यदि आप कोई ऐसा QR कोड को स्कैन करते हैं, जो आप को किसी वेब पेज पर ले जाता है, और आपकी व्यक्तिगत जानकारी जैसे कि नाम, लॉगिन आईडी, पासवर्ड, पता आदि के लिए पूछता है, तो इस तरह कि कोई भी जानकारी देने से बचें।

अगर कोई आपके खाते में पैसे जमा करने के लिए QR कोड को स्कैन करने के लिए कहता है, तो यह एक धोखाधड़ी कॉल है। इसकाविश्वास नहीं कीजिए।

सतर्क रहें, सुरक्षित रहें!