डिजिटल ट्रांजेक्शन्सद्वारा 24×7 प्रोडक्ट्स और सेवाओं की उपलब्धता रहती है, जिसका लाभ उपभोक्ता पा रहे हैं। जिसके परिणामस्वरुप उनके खर्च करने और शॉपिंग करने की आदत में भारी सकारात्मक बदलाव आया है । इस सब के बीच, डिजिटली पेमेंट ट्रांजेक्शन्स करते समय सतर्क रहते हुए, सावधानी रखना बेहद जरुरी है, क्योंकि कुछ जालसाज़ या धोखेबाज लोग, आपकी मेहनत की कमाई को धोखे से चुराने के प्रयास में लगे रहते हैं। वे भोले-भाले उपभोक्ताओं को बहला-फुसला कर, घाटे का सौदा करने पर मजबूर कर देते हैं या धोखे से उनके पैसे ले लेते हैं। हम नीचे कुछ उदाहरणों को साझा कर रहे हैं ।
- फेक कॉल या एसएमएस, जिनमें सूचित किया जाता है कि आपके केवाईसी (KYC) की समय सीमा समाप्त हो गई है, और इसे फिर से रिन्यू करने की आवश्यकता है, वरना आपका बैंक अकाउंट ब्लॉक हो जाएगा। कॉल करने वाला व्यक्ति खुद को बैंक का कर्मचारी बताता है और आपको फर्जी वेबसाइट पर ले जाता है और आपसे अकाउंट का Login ID और पासवर्ड, कार्ड नंबर, एक्सपायरी डेट, सीवीवी आदि को भरने के लिए कहता है। आपके अकाउंट का Login ID और पासवर्ड कैप्चर करने के बाद, वो आपके कॉल को होल्ड पर रखकर, आपके अकाउंट से सारे पैसे निकाल सकते है।
ऐसे धोखेबाजों से सावधान रहें; पेटीएम कभी भी आपको केवाईसी अपडेट करने के लिए अपने अकाउंट / कार्ड का Login ID और पासवर्ड को शेयर करने के लिए नहीं कहता है। आप ऐप से अपनी केवाईसी का स्टेटस चैक कर सकते हैं।
केवाईसी पूरा करने के बारे में अधिक जानकारी के लिए, कृपया हमारे ब्लॉग को देखें
https://support.paytm.com/cst-support/steps-to-complete-full-kyc
• रोजगार, सरकारी सब्सिडी, उच्च शिक्षा, ऑनलाइन कोचिंग क्लासेस, वर्क फ्रॉम होम, पार्ट टाइम जॉब्स, कोविड 19 वैक्सीन रजिस्ट्रेशनआदि से जुड़े नकली ऑफर, जालसाज़ लोग नौकरी दिलाने के नाम पर युवा और शिक्षित लोगों को शिकार बनाते हैं। वो युवा और शिक्षित लोगों के सोशल मीडिया अकाउंट / जॉब पोर्टल्स से जानकारी इकट्ठा करते हैं और प्रतिष्ठित कंपनियों में नौकरी के अवसरों की जानकारी फोन, ईमेल पर भेजते हैं। वो पीड़ितों को यकीन दिलाने के लिए की कंपनी असली है, वो कई लेवल के एचआर एग्जीक्यूटिव से इंटरव्यू करवाते हैं । एक बार जब संभावित शिकार उनके जाल में फंस जाता है, तो वो रजिस्ट्रेशन शुल्क, डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन, इंटरव्यू शेड्यूल करने, ड्रेस के लिए एडवॉंस आदि के नाम पर पैसे मांगना शुरू कर देते हैं। एक बार पैसे लेने के बाद, फिर ये पीड़ित से बातचीत करना बंद कर देते हैं।
कोई भी वास्तविक भर्ती करने वाला रजिस्ट्रेशन शुल्क, डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन, इंटरव्यू शेड्यूल करने आदि के लिए बड़ी रकम की मांग नहीं करेगा। धोखाधड़ी करने वाले लोग जॉब कंसल्टेंसी फर्म के ईमेल अकाउंट्स, logo से मिलता जुलता ईमेल अकाउंट और logo का उपयोग करके लोगों को गुमराह करते हैं, कृपया नौकरी संबंधित कोई भी पेमेंट या भुगतान करने से पहले फर्म से जुड़ी जानकारी को वेरिफाई कर लें।
• अवास्तविक और भारी डिस्काउंट या छूट वाले ऑफर, ऐसे मामलों में धोखेबाज सस्ती या नकली आइटम देकर, पैसे लेकर गायब हो जाते हैं। उदाहरण: धोखाधड़ी करने वाले लोग व्हाट्सऐप, इंस्टाग्राम, फेसबुक और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर मोबाइल फोन, लैपटॉप, रेफ्रिजरेटर, टेलीविजन आदि जैसे इलेक्ट्रॉनिक प्रोडक्ट्सबेचते हैं और ग्राहकों का विश्वास हासिल करने के लिए नकली बिल ,नकली कूरियर ट्रैकिंग आईडी और प्रोडक्ट ग्राहक को डिलीवर हो गया है, ऐसी नकली चैट शेयर करते हैं। इसी तरह, लॉटरी स्कैमर्स भी लोगों को अपना शिकार बनाते हैं, कहते हैं कि आपने लॉटरी या कॉन्टेस्ट में पैसे जीते हैं और इनाम पाने के लिए, आपको या तो कोई फीस या “रिफंडेबल” एडवांस देना होगा या आपको अपने आधार, पैनकार्ड आदि जैसी व्यक्तिगत जानकारी देनी होंगी।
इस तरह के ऑफर और कैशबैक की प्रामाणिकता अवश्य जांच लें, ऐसे झूठे ऑफर्स से सावधान रहें और प्रोडक्ट से संबंधित जानकारी को विवेकपूर्ण रूप ढ़ग से चैक करें और कभी भी अपने अकाउंट या कार्ड से संबंधित जानकारी किसी के साथ भी साझा ना करें।
• जालसाजों द्वारा मेल, एसएमएस और सोशल नेटवर्किंग प्लेटफॉर्म के माध्यम से नकली लिंक और वेबसाइट साझा की जाती हैं। पीड़ितों को लुभाने के लिए कैश बैक, प्रोमो कोड, गिफ़्ट्सका झाँसा देते हैं। छोटी टोकन राशि भेजकर, जालसाज विश्वास पैदा करते हैं और फिर पैसे निकालने के लिए लिंक भेजते हैं। पीड़ित पेमेंट ऑप्शन पर क्लिक करट्रां जेक्शन को पूरा कर देते हैं। जालसाज जाने माने ब्रांड की मिलती जुलती वेबसाइट या नई वेबसाइट बनाते हैं या एक नई वेबसाइट बनाते हैं जिस पर उत्पादों को बहुत सस्ती कीमत पर या MRP से बहुत अधिक छूट पर पेश किया जाता है। वे असुरक्षित ग्राहक को ऑनलाइन भुगतान करने के लिए प्रेरित करते हैं और भुगतान हो जाने के बाद ग्राहक को कभी भी ऑर्डर किए गए उत्पाद नहीं मिलते हैं। भारी छूट का शिकार न हों, खासकर आकांक्षात्मक उत्पादों जैसे कि मोबाइल फोन, महंगे जूते, चमड़े के सामान, इलेक्ट्रॉनिकगैजेट्स आदि पर। यदि आपको लगता है यह ऑफ़र सही में इतना ही अच्छा और वास्तविक है, तो ऐसा संभवतःनहीं है। अज्ञात व्यक्तियों से प्राप्त किसी भी लिंक को कभी न खोलें। वेबसाइट सुरक्षा के बारे में भी सुनिश्चित रहें (QR कोड धोखाधड़ी के विवरणके लिए, कृपया ब्लॉग देखें ।
• नकली कस्टमर केअर और कॉलसेंटर नंबर को Google जैसे सर्चइंजन पर जालसाजों द्वारा होस्ट किया जाता है। दिए गए नंबर पर कॉल करने के दौरान, उपभोक्ताओ के खातों की हैकिंग को रोकने के लिए उसके खाते के विवरण को साझा करने के लिए गुमराह किया जाता है।
हमेशा प्रमाणिक स्रोतों का उपयोग करें। वेबसाइट विवरण और संबंधित जानकारी प्राप्त करने के लिए Google Play स्टोर का उपयोग करें।
• नकली रिश्तेदार और जानकार फर्जी फ़ोन नम्बर, नक़ली Ids बनाकर सोशल वेबसाइटों, व्हाट्सएप के माध्यम से सम्पर्क करने की कोशिश करते है- ऐसे मामलों में, स्कैमर या धोखेबाज या तो एक वास्तविक फेसबुक अकाउंट दिखने वाला अकाउंट बनाता है या किसी मौजूदा फेसबुक अकाउंट को हैक करता है। दोनो ही मामले में, स्कैमर / हैकर / जालसाज, खाताधारक के दोस्तों को निजी मेसेज भेजने के लिए असली अकाउंट जैसा दिखने वाला / हैकिएग एअकाउंट का उपयोग करता है जो किसी तत्काल मदद /ज़रूरत -जैसे एक्सीडेंट, अस्पताल में भर्ती करने, आदि के बहाने पैसे या व्यक्तिगत जानकारी हासिल कर लेते हैं। जालसाज दान देने जैसे मामलों में भी धोखाधड़ी करके ऐसे भोले-भाले व्यक्तियों को फँसाते हैं जो की जरूरतमंदों की सेवा करने के लिए हर समय तयार रहते हैं, जालसाज़ किसी जरूरतमंद व्यक्ति की मदद करने के बहाने पैसे मांगते हैं, खासकर मौजूदा समय में कोविद महामारी को ले कर।
ऐसे कॉल या मेसेज मिलने पर सावधान रहें, कॉलर की प्रामाणिकता की पुष्टि करें और घबराहट में कभी भी कोई भी प्रतिक्रिया न दें। हमेशा पुरानी पोस्ट देखकर प्रोफ़ाइल की वास्तविक जाँच करें। सोशल मीडिया प्रोफाइल पर अपनी डिफ़ॉल्ट प्राइवेसी सेटिंग्स बदलें। यह सुनिश्चित करें आपके करीबी सर्कल के अलावा और कोई भी व्यक्ति आपकी फ़्रेंडलिस्ट, आपका बायोडाटा, आपकी व्यक्तिगत पोस्ट आदि को नहीं देख सके।
सावधानी: जल्दबाजी में निर्णय नहीं लें। भुगतान करने से पहले पुष्टिकरण करें।